प्रस्तावना
आज की इस दुनिया में हर जगह घातक प्रतियोगिता होती रहती है। जहा हर कोई खुदको सबसे आगे बढ़ाने के लिए आगेवाले को पीछे ढकेलता रहता है।
इसलिए हर व्यक्ति अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए अपने तरीके को लागू करने की कोशिश कर रहा है। जहा बहुत कम लोग इस बात को मानते हैं कि, नीतिवचन का महत्व ताकत है।
लेकिन आज के समय में यह कहावत सिर्फ प्रेरणादायक किताबों और प्रेरक व्याख्यानों तक सीमित रह गई है। इसलिए बहुत कम लोग इस महत्व को समझते हैं। वो लोग अपने जीवन में संतुष्ट रहते हैं।
रिश्तों पर दुष्परिणाम
आज के समय में लोग अपने जीवन में सफलता पाने के लिए इतने व्यस्त हो जाते है की, उसकी वजह से वो अपने सभी प्रकार के पारिवारिक रिश्तो से धीरे धीरे दूर होते जाते है और अपने सहयोगियों, रिश्तेदारों और दोस्तों से आगे रहने की कोशिश करते है।
वो लोग पेशेवर और व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता में एक-दूसरे के साथ अधिकतर समय मिलते हैं, इसलिए वे यह नहीं समझते हैं कि वे अपने कौशल, ज्ञान को बढ़ाने और एक-दूसरे की मदद करने के लिए आगे नहीं बढ़ सकते हैं।
जब हम अपने लोगों के खिलाफ जाते हैं और उनके साथ प्रतिस्पर्धा करना शुरू करते हैं, तो दूसरे लोग इस परिस्थिति का फायदा उठाते है और आगे बढ़ जाते है। क्योंकि जिस समय हम अपने ही लोगो से प्रतिस्पर्धा करने के बजाय अगर एक साथ मिलकर आगे बढ़ते तो सफलता बहुत आसानी से मिल सकती थी।
अविश्वास
एकता में बल ना होने का एक और कारण अविश्वास है। जिसके कारण लोग अपने जीवन में कभी भी आगे नहीं बढ़ पाते हैं। यह खासकर तब सच हो जाता है, जब पति-पत्नी के रिश्ते की बात आती है। यहाँ हम अक्सर जोड़ों को एक दूसरे पर शक करते हुए देखते हैं।
वे छोटी-छोटी बातों पर सवाल करना शुरू कर देते हैं और झूठ बोलने या धोखा देने का संदेह करते हैं। बाहरी लोग इस प्रकार की स्थितियों का लाभ उठाते हैं। वे इस संदेह को हवा देते हैं और इस तरह दोनों के बीच अपने स्वयं के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष पैदा करते हैं।
इससे न केवल दोनों पर बल्कि बच्चों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसलिए, अगर पत्नी और पति एकजुट रहते हैं और एक-दूसरे का बचाव करते हैं, तो कोई भी दोनों के बीच दरार पैदा नहीं कर सकता है।
समाज और राष्ट्र
एकजुटता का सबसे बड़ा उदाहरण समाज और राष्ट्र है। इसलिए जिस समाज या राष्ट्र के लोग एकजुट रहते हैं, वहा हमेशा शांति और प्यार रहता है। यहां रहने वाले लोग अपने पड़ोसियों के साथ खुशी से रहते हैं।
जहा वो हमेशा हर मुसीबत में एक दूसरे के साथ एकजुट रहते है और एक-दूसरे की मदद करते हैं, लेकिन आज के समय में बहुत सारे लोग अकेलेपन के साथ-साथ अवसाद से पीड़ित हैं, इसलिए इस मामले में एकजुटता समाज और राष्ट्र के किसी भी व्यक्ति के लिए एक वरदान हो सकता हैं।
निष्कर्ष
आज के आधुनिक युग में सभी देश यह साबित करने में बहुत व्यस्त हैं कि वे एक-दूसरे से बेहतर हैं। जहा हर राष्ट्र के पास परमाणु हथियार हैं और कई आतंकवादी संगठन बने हैं। इसलिए अगर हम लोग एकजुटता के साथ इस दुनिया से इन सभी प्रकार के कुप्रभावों को रोक दें, तो रहने के लिए एक बेहतर जगह बन जाएगी। इसलिए सचमे एकता में बहुत बल होता है।
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