प्रस्तावना
पर्यावरण मतलब वो पृथ्वी का वो घटक जिसपर पूरी पृथ्वी निर्भर है। जिसपर पूरी की पृथ्वी की जीवसृष्टि निर्भर है। इसी पर्यावरण के कारण पृथ्वी का वातावरण हमेशा संतुलित रहता है।
जिससे पूरे जीवसृष्टि पर कोई हानी नहीं पोहोचती और प्रदूषण वो घातक घटक है, जिसको हम इंसानों ने बनाया है। जिसका दुष्परिणाम पूरे पृथ्वी की जीवसृष्टि भोगत रही है।
हम लोगों ने भलेही अपने अच्छी सुविधा के लिए इस दुनिया में बहुत कुछ बना रखा है। लेकिन इन सभी में कुछ चीजे ऐसी है, जिससे इस दुनिया में प्रदूषण फैलता है।
प्रदूषण के प्रकार
हम इंसानों की वजह से इस दुनिया में बहुत प्रदूषण हो रहा है। जिससे पूरे पर्यावरण को हानी पोहोच रही है। पूरे जीवसृष्टि को हानी पोहोच रही है।
ये प्रदूषण हम लोग कई प्रकार से फैलाते है, इसमे कई प्रकार आते है। पहला है वायु प्रदूषण, दूसरा है जल प्रदूषण, तीसरा है भूमि प्रदूषण और चौथा है ध्वनि प्रदूषण।
प्रदूषण कैसे होता है?
हम इंसानों की वजह से फैलने वाला ये प्रदूषण वायु, जल और भूमि के माध्यम से फैलता है। ये प्रदूषण बहुत सारी वजह से फैलता है। जिसके जिम्मेदार हम सभी इंसान है।
जैसे की हम लोगों ने निर्माण किए हुए केमिकल कंपनियां जिसकी हवा में फैलने वाले गैसों की वजह से और गाड़ियों से निकलने वाले खराब धुए की वजह से वायु प्रदूषण होता है।
उसी केमिकल कंपनीयों का केमिकल कचरा नदी-नालों में छोड़ना और हम सभी लोग कई प्रकार का कचरा ज्यादा तर नदी-नाले में ही फेंकते है। इसकी वजह से जल प्रदूषण होता है भूमि प्रदूषण जिसकी सबसे बड़ी वजह है ज्यादा मात्रा में रासायनिक खातों और किटकनाशकों का इस्तेमाल करना।
प्रदूषण से हानी
हम लोग अपनी सुविधाओं के लिए जो इस दुनिया में प्रदूषण फैला रहे है। उस प्रदूषण से बहुत ज्यादा मात्रा में इस पर्यावरण को हानी पोहोच रही है।
वो हानी कई प्रकार से होती है। जैसे की आज के समय में बहुत ज्यादा मात्रा में हो रही पेड़ कटाई। जिससे कई सारे जंगल नष्ट होने को आए है। ये जंगल जानवरों का और पक्षियों का घर होता है।
इसी पेड़ कटाई की वजह से उनसे उनका घर छीना जाता है। जानवरों की कई प्रजातिया इसी कारण इस दुनिया से विलुप्त होने की कगार पर है। इसी तरह कई प्रकार से प्रदूषण की हानी पूरे पर्यावरण को हो रही है।
प्रदूषण को रोकने के उपाय
आज के समय में इस दुनिया में प्रदूषण इतना फैला हुआ है की, इसे रोखने के लिए एक दिन नहीं, एक साल नहीं या दस साल नहीं बल्कि कई सालों लग सकते है।
इसीलिए इसे रोखने के लिए कई सारे उपाय लागू करने होंगे। कई सारे नए उपाय निर्माण करने होंगे। जैसे की पेड़ कटाई को रोखना और वृक्षारोपण करके नए पेड़ का निर्माण करना, केमिकल कंपनियों पर बंदी डालना।
अपने घर के अगल बगल की जगह साफ रखना। नदी नालों में कचरा ना फेकना और इन जैसे बहुत सारे उपाय है, जो हमे लागू करने होंगे। जैसे की सरकारने सुरू किया हुआ अभियान “स्वच्छ भारत अभियान”।
निष्कर्ष
हमे अपने पर्यावरण का खुद खयाल रखना होगा। इसके लिए हमे किसी भी प्रकार का प्रदूषण रोकने के लिए नए नए उपाय को लागू करके उसे पूरी तरह से कम करने की कोशिश करनी होगी।
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