प्रस्तावना
हमारे भारत देश में कई सारे महत्वपूर्ण और प्रमुख त्योहार मनाएं जाते है, उन्ही महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है मकर संक्रांति।
इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। इसलिए इस दिन को मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार उत्तरायनी के नाम से भी लोकप्रिय है।
सूर्य के इस बदलाव को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है, जिस कारण लोग इस दिन को एक त्योहार के रूप में मनाते हैं।
सुझाव
मकर संक्रांति का अवसर सभी भारतीयों के लिए बहुत महत्व रखता है, इस अवसर पर लोग गंगा नदी में एक पवित्र डुबकी लगाने पर विचार करते हैं।
क्योंकि उनका मानना है कि, इस दिन ऐसा करने से उनके सभी पाप और बुरे कर्म धुल जाएंगे और वे एक शुद्ध आत्मा के रूप में उभरेंगे। यह सभी भौतिकवादी चीजों का त्याग करने और देवत्व और सत्य के मार्ग की ओर आगे बढ़ने का भी सुझाव देता है।
वैज्ञानिक और सामान्य लोगों का दृष्टिकोण
वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अनुसार, मकर संक्रांति की शुरुआत के साथ रातें छोटी हो जाती हैं और दिन बड़े हो जाते हैं। इसी के साथ सामान्य लोगों के दृष्टिकोण के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन जहा तीनों पवित्र नदियों का मिलन होता है, उस त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करना उन्हें पवित्र बनाता है और बहुत महत्व रखता है।
सकारात्मक बदलाव
इस त्योहार की वजह से लोगों के मन में बहुत सारे सकारात्मक बदलाव होते है। जैसे की लोगों का मानना है की, इस दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी और आप एक समृद्ध और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।
उसके बाद इस दिन यह त्योहार लोगों को गरीब लोगों को दान करने को प्रेरित करता है, जिसमें गेहूं, चावल और दूध शामिल हैं। वे दृढ़ता से विश्वास करते हैं कि, जो दान करेगा वह निश्चित रूप से भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करेगा और जीवन में सफल होगा।
खिचड़ी
भारत देश के उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में इस त्योहार को खिचड़ी नाम से जाना जाता हैं। इस तरह भारत देश के सभी क्षेत्रों में इस त्योहार को अलग अलग रीति-रिवाजों और परंपराओं के अनुसार मनाया जाता है।
निष्कर्ष
यह त्योहार लोगों के दिलों में बहुत महत्व रखता है, इसलिए मकर संक्रांति एक महत्वपूर्ण त्योहार है। जो धार्मिक और वैज्ञानिक रूप से भी हमे आवश्यक है, इसलिए यह त्योहार लोगों में बहुत खुशी लाता है और लोगों को सामाजिक बनाने में मदद करता है।