प्रस्तावना
पेड़ इस धरती का एक अविभाज्य घटक है। क्योंकि पेड़ धरती के इस पर्यावरण के प्राकृतिक संसाधन का ही एक हिस्सा है। जो पूरे जीवसृष्टि के लिए भी बहुत जरूरी है।
क्योंकि पेड़ सभी जंगली जानवरों का, पक्षियों और कीड़े-मकोड़ों का घर होता है। पेड़ों के वजह से ही पर्यावरण घातक गैसों से हमेशा साफ रहता है। क्योंकि पेड़ वातावरण में फैल रहे घातक कार्बन डाइऑक्साइड को अपने अंदर अवशोषित कर लेते है।
जिससे वातावरण पूरी तरह साफ रहता है। लेकिन वनों की कटाई होने पर यह जहरीली गैसे धरती के वातावरण में फैलती जाएगी और इसी के साथ जंगली जानवरों, पक्षियों और कीड़े-मकोड़ों का घर भी उनसे छिन जाएगा।
स्वास्थ्य के लिए लाभदायक
पेड़ पौधे जहा सबसे ज्यादा होते है, वहाका जीवन बाकी जगह के मुकाबले बहुत ज्यादा स्वस्थ और सुंदर होता है। क्योंकि पेड़ पौधे हमारे जीवन को स्वस्थ रखते है। इसलिए गावों से ज्यादा शहरों में बीमारीया ज्यादा रहती है।
क्योंकि एक शहर में कई पर भी ज्यादा पेड़-पौधे नहीं रहते है। इसलिए वहाका वातावरण पूरी तरह घातक गैसों से हमेशा भरा रहता है। लेकिन एक गाव हमेशा पेड़-पौधों से हरा भरा रहता है।
इसलिए वहा बीमारियाँ भी ना के बराबर होती है। इस तरह पेड़ों के बीच रहने पर मानव स्वास्थ्य में काफी सुधार होता है। पेड़ अपनी शाखाओं, पत्तियों और छाल में हानिकारक प्रदूषक गैसों को अपने अंदर फंसाकर हवा को शुद्ध करते हैं।
धरती के बड़ते तापमान में रुकावट
पेड़-पौधों की वजह से धरती का वातावरण हमेशा ठंडा रहता है। क्योंकि पेड़-पौधे पूरे धरती को कड़ी धूप में भी हमे शीतल छाया प्रदान करती है।
इसलिए जंगलों में गर्मी के मौसम में भी वहाका वातावरण हमेशा ठंडा रहता है और वहा किसी भी घातक ग्रीनहाउस गैसों का खतरा भी नहीं रहता है।
ग्रीनहाउस प्रभाव
ग्रीनहाउस गैसों की वजह से सूरज की किरणें वापस अंतरिक्ष में परावर्तित होने के बजाय अवशोषित हो जाएंगी, जिससे पृथ्वी का तापमान बढ़ जाएगा।
लेकिन पेड़ वातावरण से अतिरिक्त कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके इस प्रभाव को कम करते हैं। हालाँकि, वनों की कटाई ने उन पेड़ों की संख्या को बहुत कम कर दिया है जो पृथ्वी के वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर सकते हैं।
पृथ्वी का शुक्र ग्रह में रूपांतर
यदि वनों की कटाई जैसी कई सारी प्रक्रियाएं जो ग्लोबल वार्मिंग के वृद्धि में योगदान करती है। वो अगर ऐसे ही चलती रहेगी। तो अपना ग्रह भी ग्रह शुक्र की तरह बन सकता है।
यह घटना लगभग सर्वनाश जैसी है। महासागरों का वाष्पीकरण होने लगेगा और चट्टानें जलमग्न हो जाएंगी। यह प्रभाव को तेज करते हुए वातावरण में अधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड फैला देगा।
निष्कर्ष
हमे इस संकट से बचना है तो, पेड़ लगाने जैसी गतिविधियाँ हमारे ग्रह को बचाने में एक लंबा रास्ता तय कर सकती हैं और अगर हम अपने ग्रह को बचाते हैं, तो हम खुद को बचा रहे हैं।
स्मारकों पर निबंध
ताजमहल पर निबंध |
लाल किले पर निबंध |
कुतुब मीनार पर निबंध |
चारमीनार पर निबंध |
काल्पनिक विषयों पर निबंध
कहावतों पर निबंध
ज्ञान शक्ति है पर निबंध |
बच्चा आदमी का पिता होता है पर निबंध |
ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है पर निबंध |
स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध |
एकता में बल है पर निबंध |
प्रकृति से संबंधित विषयों पर निबंध
वर्षा ऋतु पर निबंध |
शरद ऋतु पर निबंध |
वसंत ऋतु पर निबंध |
ग्रीष्म ऋतु पर निबंध |
स्वास्थ्य से संबंधित विषयों पर निबंध
योग पर निबंध |
मोटापा पर निबंध |
डॉक्टर पर निबंध |
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध |
जंक फूड पर निबंध |
स्वस्थ जीवन शैली पर निबंध |
खुशी पर निबंध |
स्वास्थ्य पर निबंध |
एड्स/एचआईवी पर निबंध |
पर्यावरण के मुद्दों पर निबंध
नैतिक मूल्यों से संबंधित विषयों पर निबंध
अनुशासन पर निबंध |
समय के महत्व पर निबंध |
समय का सदुपयोग पर निबंध |
एकता में अटूट शक्ति है पर निबंध |
शिष्टाचार पर निबंध |
परोपकार पर निबंध |
सदाचार पर निबंध |
ईमानदारी पर निबंध |
रिश्तों पर निबंध
महान व्यक्तियों पर निबंध
विभिन्न उत्सवों पर निबंध
त्योहारों से पर निबंध
सामाजिक मुद्दों से संबंधित विषयों पर निबंध
भारत देश से संबंधित विषयों पर निबंध
विज्ञान और तकनीकी से संबंधित विषयों पर निबंध
खेलों से संबंधित विषयों पर निबंध
खेल पर निबंध |
क्रिकेट पर निबंध |
फुटबॉल पर निबंध |
सर्कस पर निबंध |
खेल के महत्व पर निबंध |
हॉकी पर निबंध |
पर्वतारोहण पर निबंध |
बैडमिंटन पर निबंध |
जानवरों से संबंधित विषयों पर निबंध
गाय पर निबंध |
बाघ पर निबंध |
मेरा पालतू कुत्ता पर निबंध |
हाथी पर निबंध |
कुत्ते पर निबंध |
मेरी पालतू बिल्ली पर निबंध |