प्रस्तावना
हर कक्षा में भिन्न-भिन्न प्रकार के विषय होते हैं, जिसमें मराठी माध्यम , इंग्लिश माध्यम, हिंदी माध्यम मौजूद होता है, पर ये सिर्फ एक शिक्षा के माध्यम होते हैं।
बल्कि इस तरह के अनेकों भाषाएं होते हैं, जो पैसे के कारण छोटे स्कूलो के बच्चो को शिक्षित करते हैं। इस के मुताबिक ही हमारी गुणवत्ता तय की जाती हे।
हमे एक कक्षा से दुसरी कक्षा में एक अच्छे अंक की प्राप्ति से ही प्रवेश मिलता है, जिसके गुण को देखकर एक गुणवत्ता निर्धारित होती हे। यदि हममें न्यूनतम गुण हो तो फिर पढाई बहुत ही मुश्किल पड़ जाती हे।
अच्छे गुण की गुणवत्ता
आज केवल शिक्षा पूरी करना ही आवश्यक नहीं रह गया है। बल्कि शिक्षा के अलावा लोगों में अच्छे गुण होना भी महत्व रखता है।
जिसका कारण यह है कि, आने वाले भविष्य में हमें नौकरी के लिये इन सब की आवश्यकता होने वाली है। एक इंसान में यदि अच्छा व सम्पूर्ण शिक्षा गुण हो तो ख़ुद ही एक कंपनी का मालिक होगा और लोगों को नौकरी देगा।
गुणवत्ता शिक्षा के मुताबिक
आज के समय में केवल बच्चो का नही तो शिक्षक व माता पिता कि गुणवत्ता होना बेहद आवश्यक माना जाता हे। बच्चों को वाकई में क्या सिखाया जाए ये एक शिक्षक पर निर्भर होता हे और उसे कैसे अपने बच्चो को सीख देनी है, ये माता पिता पर निर्भर करता हे।
बहोत सारी ऐसी स्कूल है जहा अलग से ऐसे गुणवत्ता विषय पे अलग से क्लासेस लिये जाते हे, ताकी कोई बच्चा कमजोर ना पडे।
गुणवत्ता के मुताबिक नौकरी
आज कला क्रीडा को भी ध्यान मे रखा जाता है और हमारे भारत मे कई सारी ऐसी सरकारी नौकरियां मौजूद हैं, जिसमे खेल के मुताबिक ही नौकरी देने का वादा करते हैं।
अगर कोई किसी खेल मे बहुत ही गौरव हासिल किया हे, तो उसके गुणवत्ता के मुताबिक ही उसे नौकरी मिलने का अवसर दिया जाता हे, जिसमें उसे अपनी शारीरिक गुणवत्ता दिखाने की ज़रूरत होती है।
ऐसा होता है कि, सरकारी नौकरी मे खिलाडी को 4 प्रतिशत जगह दी जाती है और.खेल के आधार पर उसके गुणवत्ता के मुताबिक उसका चयन किया जाता हे. और उसे नौकरी प्रदान की जाती हे।
गुणवत्ता का आंकलन
यदि कोई कंपनी अच्छे गुणवत्ता में सामान का आदान-प्रदान कर रही है और कोई ग्राहक उस सामान को खरीद रहा है और ज़्यादा पैसे दे रहा हे, तो वो कंपनी उस ग्राहक को अच्छी सर्विस देने का वादा करती है।
ग्राहक के हर शंका का हल कंपनी के पास होना चाहिए और फिर यदि ऐसा ना हो, तो वही कंपनी अपनी गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए ग्राहक को संतुष्ट कर नहीं पाएगी।
स्मारकों पर निबंध
ताजमहल पर निबंध |
लाल किले पर निबंध |
कुतुब मीनार पर निबंध |
चारमीनार पर निबंध |
काल्पनिक विषयों पर निबंध
कहावतों पर निबंध
ज्ञान शक्ति है पर निबंध |
बच्चा आदमी का पिता होता है पर निबंध |
ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है पर निबंध |
स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध |
एकता में बल है पर निबंध |
प्रकृति से संबंधित विषयों पर निबंध
वर्षा ऋतु पर निबंध |
शरद ऋतु पर निबंध |
वसंत ऋतु पर निबंध |
ग्रीष्म ऋतु पर निबंध |
स्वास्थ्य से संबंधित विषयों पर निबंध
योग पर निबंध |
मोटापा पर निबंध |
डॉक्टर पर निबंध |
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध |
जंक फूड पर निबंध |
स्वस्थ जीवन शैली पर निबंध |
खुशी पर निबंध |
स्वास्थ्य पर निबंध |
एड्स/एचआईवी पर निबंध |
पर्यावरण के मुद्दों पर निबंध
नैतिक मूल्यों से संबंधित विषयों पर निबंध
अनुशासन पर निबंध |
समय के महत्व पर निबंध |
समय का सदुपयोग पर निबंध |
एकता में अटूट शक्ति है पर निबंध |
शिष्टाचार पर निबंध |
परोपकार पर निबंध |
सदाचार पर निबंध |
ईमानदारी पर निबंध |
रिश्तों पर निबंध
महान व्यक्तियों पर निबंध
विभिन्न उत्सवों पर निबंध
त्योहारों से पर निबंध
सामाजिक मुद्दों से संबंधित विषयों पर निबंध
भारत देश से संबंधित विषयों पर निबंध
विज्ञान और तकनीकी से संबंधित विषयों पर निबंध
खेलों से संबंधित विषयों पर निबंध
खेल पर निबंध |
क्रिकेट पर निबंध |
फुटबॉल पर निबंध |
सर्कस पर निबंध |
खेल के महत्व पर निबंध |
हॉकी पर निबंध |
पर्वतारोहण पर निबंध |
बैडमिंटन पर निबंध |
जानवरों से संबंधित विषयों पर निबंध
गाय पर निबंध |
बाघ पर निबंध |
मेरा पालतू कुत्ता पर निबंध |
हाथी पर निबंध |
कुत्ते पर निबंध |
मेरी पालतू बिल्ली पर निबंध |